भूख की चोरी
प्रमाण पत्र मान्य प्रकाशक नमस्कार। · यह कथा मेरी स्वीय रचना है । · यह किसी का अनुकरण व अनुवाद नहीं है। · अब तक इसे किसी ब्लाग या पत्रिकाओं में प्रकाशित नहीं हुई है। रवींद्र नाथ । भूख की चोरी वातावरण शांत था । कल रात ही बरसात हुई ...