क्या मालूम है... इन बच्चों को !
क्या मालूम है... इन बच्चों को ! क्या मालूम है... इन बच्चों को ! धर्म -कर्म , जाति -मर्म.. वर्ण-वर्ग , वित्त-सत्ता.. क्या फरक जानते ? कुटिल -कुत्सित तंत्र.. राजरिक-सांसारिक.. भेद-विभेद , मालूम है क्या ? चींटी से डरते , माँ के कोख से लपेट रहते.. असत्य न कहते , कठोर वचन न बोलते.. सच्चे प्यार के हैं अधिकारी ममता के । जिंदा जलाया कैसे रे ! क्या अपमान किये , कौनसी धोखा दिये ? ये पराये समझे हो ? हमारे भावी पीढी हैं , भारत माता के सुपूत हैं । बरबाद किया कैसे ? रे मृगजाती ! ? पढ़ते हो ! धर्म ग्रंथ कितने पंडित होकर ..! मानवता सीखना भूल गया रे ! भगवान का दर्शन किया कहाँ रे !!