हे मेरी प्यारी सुंदरी!
हे मेरी प्यारी सुंदरी!
हे मेरी प्यारी सुंदरी!
हर अक्षर तूलिका तेरी
मुसकाती....।
पल -पल मेरे दिल को
धमधमाती...।
प्यार की लालिमा को
ललकित करती ।
मेरे बगल में बैठी
नींद उडाती..
कानों के पास आकर
फुसफुसाती ।
अपलक इन नयनों का
शीतल प्रेयसी !
तेरे विशाल नयनों में
अखंड ज्योति..
संसार के कार्य में
निरंतर जलती ।
पीडा की रजनी दूर भागी ।
मेरे हृदय की रानी !
रात के तेरे उजाले में
कलम खींचती
सुंदर यौवन रूप तेरी
खुशी-खुशी में ।
मुसकाती....।
पल -पल मेरे दिल को
धमधमाती...।
प्यार की लालिमा को
ललकित करती ।
मेरे बगल में बैठी
नींद उडाती..
कानों के पास आकर
फुसफुसाती ।
अपलक इन नयनों का
शीतल प्रेयसी !
तेरे विशाल नयनों में
अखंड ज्योति..
संसार के कार्य में
निरंतर जलती ।
पीडा की रजनी दूर भागी ।
मेरे हृदय की रानी !
रात के तेरे उजाले में
कलम खींचती
सुंदर यौवन रूप तेरी
खुशी-खुशी में ।
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